एक बार एक आदमी जंगल में घूम रहा था और उसे एक अनोखी चिड़िया दिखाई दी। उस पर बहुत मोहित होकर उसे एक पालतू जानवर के रूप में रखने की इच्छा से वह व्यक्ति पीछे से उस चिड़िया के पास धीरे से आया और उसे पकड़ लिया।
उसके बड़े आश्चर्य की बात है कि चिड़िया बोलने लगा और कहा, कृपया मुझे छोड़ दो। बदले में, मैं तुम्हें तीन रत्न दूंगा – तीन अनमोल सलाह जो तुम्हारे जीवन को बदल सकती हैं। मैं तुम्हें पहला सलाह तब दूंगा जब तुम मुझे जाने दोगे, दूसरा जब मैं उस डाली तक उड़ जाऊंगा, और तीसरा, जब मैं इस पेड़ के सबसे ऊपर तक उड़ जाऊंगा।
आदमी तुरंत सहमत हो गया, और चिड़िया को छोड़ दिया। जैसे ही चिड़िया मुक्त हुआ, वह उड़ने लगा और बोला। ये रहा पहला रत्न – “मेरी पहली सलाह: अपनी पिछली गलतियों के लिए अत्यधिक पछतावे के साथ खुद पे अत्याचार या खुद को कस्ट मत दो।”
हमने आपके लिए और भी नैतिक कहानियां लिखी है आप इन्हे भी पढ़े
आदमी ने जो अभी सुना, उस पर विचार कर ही रहा था की पक्षी उड़ कर एक डाली पर बैठ गया और बोला, “ये रही दूसरा सलाह: किसी ऐसी चीज़ पर विश्वास मत करो जो सामान्य ज्ञान के विरुद्ध हो, जब तक कि आपके पास प्रत्यक्ष प्रमाण न हो”।
यह बोल कर चिड़िया पेड़ के सबसे ऊपर तक उड़ गया और हसते हुए आदमी से बोला, “तुम मूर्ख हो। मेरे शरीर के अंदर दो बड़े रत्न हैं। यदि तुम मुझे जाने देने के बजाय, रखते और मार देते, तो, तुम इन अनमोल रत्नों के मालिक होते और तुरंत धनी हो जाते।”
“हे भगवान!” आदमी चिल्लाया। “मैं इतना मूर्ख कैसे हो सकता हूं? मैं जीवन भर इस मूर्खता को कभी नहीं भूल पाऊंगा। आदमी चिड़िया से कहा, क्या तुम मुझे कम से कम अपनी आखिरी तीसरी सलाह दे सकते हो? शायद इससे मई अपने आप को शांत कर सकू।”
चिड़िया ने उत्तर दिया, मैं सिर्फ तुम्हारी परीक्षा ले रहा था। तुम मुझसे और सलाह मांग रहे हो, लेकिन क्या तुमने महसूस किया कि तुमने पहले की दो सलाहों को पहले ही नजरअंदाज कर दिया है।
मैंने तुमसे कहा था कि खुद को पिछली गलतियों के लिए अत्यधिक पछतावे से मत तड़पाओ लेकिन तुमने मुझे जाने देने के लिए अपने आप को पछतावे से तड़पाया। और दूसरा, मैंने तुमसे कहा था कि ऐसी चीजों पर विश्वास न करो जो सामान्य ज्ञान के विरुद्ध हों जब तक कि प्रत्यक्ष प्रमाण न हो और तुमने किसी कारण से उस सलाह को भी नजरअंदाज कर दिया, यह विश्वास करते हुए कि मेरे जैसे छोटे चिड़िया के अंदर दो बड़े रत्न हो सकते हैं!
लेकिन चूंकि तुमने अब मुझसे तीसरी सलाह मांगी है तो यह रही: “जो तुम पहले से जानते हो अगर उसका प्रयोग ठीक से नहीं कर रहे तो जो तुम नहीं जानते उसे पाने के लिए इतना ब्याकुल होने का कोई मतलब नहीं।” इतना कहकर चिड़िया उड़ गया और आदमी को ये तीन रत्न मिले जो आने वाले समय में उसके जीवन को सकारात्मक रूप से बदल देंगे।
हमने आपके लिए और भी शिक्षा देने वाली छोटी कहानियां लिखी है आप इन्हे भी पढ़े
सीख: इन बातों को कभी मत भूलना। हम सभी गलतियाँ करते हैं – अपने आप पर इतना कठोर मत बनो और जो पहले ही हो चुका है और जिसे ठीक नहीं किया जा सकता उसके लिए अपने आप को दोष मत दो और खुद को मत तडपाओ। सबक सीखो और आगे बढ़ो। तेज, होशियार बनो, किसी चीज का चेहरा देखकर उसका मूल्यांकन मत करो। किसी पर विश्वास करने और भरोसा करने से पहले अपने विवेक का प्रयोग करें। और अंत में, यदि आपने जो प्राप्त किया है उसे सही से उपयोग नहीं कर पाते हैं, तो आप और अधिक के लिए तैयार नहीं हैं। आपके पास जो है अगर उसका आप सही से उपयोग करते है तभी जीबन आपको और ज्यादा देगा।