Horror Stories for Kids in Hindi | भूत की कहानी | Ghost Story

बचपन में अगर मई bhoot ki kahani सुन लेता था तो डर के मारे दो तीन दिन तक अकेले रात को घर से बाहर नहीं निकलता था। और जब भी मई कोई सरारत करता था तो मम्मी मुझे भुत की कहानी सुनाने का डर दिखती थी ताकि मई सरारत करना बंद कर दू। इसी तरह आजकल के बच्चों को काबू करने के लिए horror stories for kids in hindi सुनाना चाहिए।

इस लेख में हमने बहोत सारि horror stories in hindi या ghost story for kids का बर्णन किया है, जिसे पढ़कर आपको मजा आएगा। और आप इसे अपने बच्चों को सुनाकर उसे काबू कर सकते है। तो निचे दिए गए Bhooto Ki Kahaniya पड़ना आरम्भ कीजिये।

1. साहसी बच्चे – Horror Stories for Kids in Hindi

Ghost story in hindi: एक समय की बात है, एक गांब में एक भूतिया घर था। गांब वाले डर से उस घर के आसपास नहीं जाता था।  गांब वालो का मानना था की उस घर में एक जादूगर लड़की की आत्मा रहती है।

एकदिन गांब के कुछ साहसी बच्चे उस भूतिया घर में जाने का और उस घर में घूमने का फैसला किया। बच्चे जब घर के सामने गए तो देखा सिर्फ खिरकी खुली हुई है। और बे सभी उसी खिरकी से अनादर चले गए। बे अँधेरे में घर के अंदर घूम ही रहे थे की अचानक से खिरकी बंद हो गई। यह देखकर सारे बच्चे डर गए।

अचानक से वह लड़की की भुत बच्चो के सामने आई और जोर जोर से हसने लगी। और कहा की अब तुम सब मेरी बंदी हो, मई किसी को जिन्दा नहीं छोडूंगी।

बच्चों को डर के मारे कुछ समझ नहीं आ रहा था। लेकिन फिरभी बे हिम्मत नहीं हारे और सब एकसाथ मिलकर बाहर निकलनेका रास्ता ढूंढने लगे। ढूंढते ढूंढते एक बच्चे को एक पुरानी किताब मिला, जो की एक जादुई किताब था। और उस किताब में एक जादुई मंत्र लिखा था जिसके उच्चारण करने से वह भुत घर से दूर भाग सकती थी।

बच्चों ने मिलकर उस मंत्र को पड़ना शुरू किया। अचानक से एक रोशनी घर के अंदर आई और उस भुत को साथ ले गई। भुत के घर से बाहर जातेहि घर के सारे दरवाजे और खिड़कियां अपने आप खुल गई और बच्चे दौर कर बाहर निकल आये।

उस दिन से वह घर भुत से आजाद हो गया। गांब वालो ने सारे बच्चों के साहस की तारीफ की और सबको इनाम भी दिया।

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2. गौरब ने की आत्मा की मदद – Horror Story in Hindi

Best horror story in hindi for kids: गौरब हिमालय के पास के छोटे से गांव में रहता था। उसके गांव के आसपास घने जंगल थे और एक छोटी सि नदी भी पास थी। रात को जंगलों में घूमने वाली आत्माओं और भूतों की कहानियों को सुनते-सुनते गौरब बड़ा हुआ था।

एक दिन, गौरब के दोस्तों ने उसे गांव की सीमा के बाहर एक पुराने सुनसान घर पर जाने के लिए उकसाया। उनके दोस्तों ने कहा कि उस घर में कई साल पहले मौत हो गई एक महिला की भूत घूमती है। उसने अपने दोस्तों की बात मान ली और उस घर में जाने के लिए राजी हो गया।

जब गौरब घर के पास पहुँचा, तब उसे बहुत ठंड लग रही थी। घर बिखरा हुआ था, जिसमें टूटे हुए खिड़कियाँ थीं और एक दरवाजा था, जो खोलने पर जोर से आवाज करता था। गौरब सबधाणी से दरवाजा खोला और घर में दाखिल हुआ।

घर के अंदर का माहौल बाहर के जैसा भयानक था। छत से जाले लटक रहे थे और हर कदम पर कुछ न कुछ सामान बिखरा परा था। अचानक, गौरब को ऊपर एक आवाज सुनाई दी। उसे लगा की आसपास कोई चल रहा है। गौरब हिम्मत करके ऊपर गया और देखा लम्बी बाल वाली एक औरत सफ़ेद साडी में उसके तरफ आ रही है।

गौरब डर कर भाग ने की कोसिस कर रहा था की उस औरत की आत्मा ने उसका एक हात पकड़ लिआ। और गौरब से बिनती करने लगा की मेरी मदद करो। यह सुनकर गौरब चौंक गया।

उस औरत ने कहा की वह घरेलु हिंसा का शिकार हुई है और उसके पति ने उसकी हत्या करके इसी जंगल में दफना दिया है। और तबसे उसकी आत्मा इस घर में कैद हो गई है। यह सुनकर गौरब ने उस आत्मा की मदद करने का सोचा और उससे वादा किया की वह उसे मुक्ति दिलाकर कर रहेगा।

गौरब अपने दोस्तों की मदद से उस आत्मा की शरीर को ढूंढ़ता है जोकि उसे एक पेड़ के निचे मिलता है। फिर गौरब पुलिस को ये सुचना देता है और पुलिस उस आत्मा के पति को गिरफ्तार करता है और कोट उसे आजीबन करबास की सजा सुनाता है।

गौरब एक पंडित को लेकर उस घर में जाता है और पूजा पाठ करवाता है। इससे उस आत्मा को उस घर से मुक्ति मिल जाती है और वह गौरब का धन्यवाद करती है। गांब वाले सभी गौरब के इस कारनामे से प्रसन्न होते है और उसे इनाम देते है।

उस दिन से गौरब को भुत और आत्माओं से डर लगना बंद हो जाता है।

3. श्रापित गुफा वाली Darawni Bhoot ki Kahani

bhoot ki kahani in hindi
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Shraapit gupha wale bhoot ki kahani in Hindi: एक बार एक छोटे से गाँव में राम और सोनू नाम के दो सबसे अच्छे दोस्त थे। वे एक साथ रोमांच पर जाना पसंद करते थे और हमेशा नए और रोमांचक अनुभवों की तलाश में रहते थे। एक दिन उन्होंने जंगल के भीतर स्थित एक रहस्यमयी गुफा के बारे में एक आकर्षक कहानी सुनी।

कहानी सुनतेही उनकी आंखों में इस पौराणिक गुफा के बारे में पता लगाने के इच्छा जाग उठी। उन्होंने कुछ स्नैक्स, पानी और एक टॉर्च पैक किया और गुफा ढूंढ़ने के लिए निकल पड़े। गांब वाले उन्हें यह कहते हुए चेतावनी दी कि यह गुफा भूतिया और खतरनाक है, लेकिन राम और सोनू कहां किसी की सुनने वाले थे।

जब उन्होंने जंगल में प्रवेश किया तो देखा, सूरज की रोशनी पेड़ के घने पत्तो से संघर्ष करते  हुए जमीन पर गिर रही थी। जंगल एकदम शांत था। उनको डर भी बहोत लग रहा था, लेकिन उनकी उत्तेजना ने उन्हें आगे बढ़ाया। कभी-कभार उल्लू की आवाज को छोड़कर जंगल में सन्नाटा था।

अंत में वे गुफा के द्वार पर पहुँचे। गुफा बहुत बड़ा था और जंगल से ढका हुआ था। धड़कते दिल के साथ, राम और सोनू ने अंदर कदम रखा। गुफा नम थी और अंदर अँधेरा था। वे दोनों टोर्च जलाकर अंदर जाने लगे।

जैसे-जैसे वे गहराई में जाते गए, पानी टपकने की आवाज गूंज उठी, जिससे माहौल और भी डरावना हो गया। अचानक, उन्होंने एक धीमी गड़गड़ाहट सुनी, और उन्हें अंधेरे में चमकती हुयी आँखें दिखी।

वह एक कुत्ता था, लेकिन कोई साधारण कुत्ता नहीं था। इसकी आँखें अलौकिक तीव्रता से चमक रही थीं। कुत्ता घायल और खोया हुआ लग रहा था, इसलिए राम और सोनू दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए सावधानी से उसके पास पहुंचे। आश्चर्यजनक रूप से, कुत्ते ने अपनी पूंछ हिलाई और उनका पीछा करने लगा।

गुफा की गहराई में जाने पर, उन्होंने दीवारों पर अजीबोगरीब चित्र देखे, जो डरावने और रहस्यमय थे। उन्हें किसी की उपस्थिति महसूस हो रही थी।

अचानक, उनके सामने लंबे बालो वाली सफ़ेद साडी में एक आत्मा प्रकट हुई। यह एक प्राचीन अभिभावक की आत्मा थी जो सदियों से गुफा की रक्षा कर रही थी। आत्मा ने उन्हें बताया यह गुफा श्रापित है, और कुत्ता उसी श्राप का शिकार था।

राम और सोनू ने श्राप तोड़ने और कुत्ते को बचाने का फैसला किया। उन्हें पता चला कि ऐसा करने का एकमात्र तरीका गुफा की गहराई में छिपी एक पहेली को सुलझाना था। अपने दिमाग का इस्तेमाल करके उन्होंने पहेली को समझ लिया और कुत्ते को उसकी पीड़ा से मुक्त करते हुए अभिशाप को तोड़ दिया।

जैसे ही श्राप उठा, वह आत्मा राम और सोनू को उनकी बहादुरी और दया के लिए धन्यवाद दिया, और उस गुफा को छोड़कर हमेशा के लिए चली गई। कुत्ता, जो अब श्राप से मुक्त हो गया था, उसने अपनी पूंछ को कृतज्ञतापूर्वक हिलाकर राम और सोनू को धन्यवाद दिया।

श्राप हटने के साथ ही गुफा को अपनी प्राकृतिक शांति वापस मिल गई। राम, सोनू और कुत्ता गुफा से निकले, और नायकों के रूप में गाँव लौटे। गांब वालो के साथ वे अपनी अविश्वसनीय कहानी साझा की और उन्हें साहस, दोस्ती और करुणा के महत्व को समझाया।

और इसलिए, राम, सोनू, और भूतिया गुफा की कहानी गांबवालो के लिए एक मिशाल बन गई।

हमें आशा है की आपको हमारे ब्लॉग पर लिखी गयी horror stories for kids in hindi पसंद आई होगी। इस लेख में हम क़ोसिश करेंगे रोज नए नए horror story in hindi, hindi stories of ghost, Bhoot pret ki sachi kahaniyan लिखने की ताकि आपको रोज कुछ नया पड़ने को मिले।

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